Monday, 8 January 2018

सेरिब्रल पाल्सी की महत्वपूर्ण जानकारी हिंदी में (Information About Cerebral Palsy in Hindi )

cerebral palsy
सरेब्रल पालसी (cerebral palsy) मां के गर्भ,जन्म के ससमय एवं दो साल की उम्र तक अविकसित मस्तिश्क के किसी भी कारणवश क्षतिग्रस्त हो जाने के वजह से होता है। यह नसों, दिमाग एवं मांसपेशियों की समस्याओं का एक समूह होता है जिसमें बैठने-उठने, चलने की समस्याओं के साथ-साथ बोलने-सुनने, देखने, बार-बार बीमार होने और झटके आने की समस्याएं होती हैं। यह समस्या बच्चों में होने वाली दिव्यांगता का एक प्रमुख कारण है। यह मां के गर्भ में या जन्म के समय बच्चे के अविकसित मस्तिश्क को क्षति पहुंचने के कारण होती है। किसी प्रकार के संक्रमण, अनुवांशिक बीमारियों, तेज पीलिया या आॅक्सीजन की कमी की वजह से मस्तिश्क को क्षति हो सकती है। जन्म से पहले जिन बच्चो का वजन दो किलोग्राम से कम होता है उन बच्चो में सेरिब्रल पाल्सी (cerebral palsy) होने की संभावना ज्यादा रहती है |

इस तरह के बच्चे सामान्य बच्चों की तरह पूर्ण रूप  से विकास नहीं कर पाते हैं। इन बच्चों को कम उम्र में ही कुछ लक्षणों (symptoms)को देखकर पहचाना जा सकता है। इन लक्षणों में समुचित विकास का न होना, मां-बाप को देखकर प्रतिक्रिया न देना, हाथ-पैर में अकड़पन या ढीला होना, अनियंत्रित गति होना, बैठने-उठने की समस्याएं, झटके आना, गर्दन का न रूकना, खाने-पीने मे समस्या एवं लार टपकना प्रमुख लक्षण होते हैं। ऐसे बच्चों में मस्तिश्क आघात पूर्णतया स्थाई होता है लेकिन दिव्यांगता की तीव्रता कई बातों पर निर्भर करती है। आज के समय में सेरिब्रल पाल्सी को इलाज (cerebral palsy treatment) पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता किन्तु  सेरिब्रल पाल्सी प्रभाव को के करके और उसकी क्षमताओं का सदुपयोग करके सेरिब्रल पाल्सी बच्चो (cerebral palsy children) को समाज, स्कूल-काॅलेज में पुनर्वासित किया जा सकता है।

यह देखा गया है कि शुरूआती दिनों में बेहतर पुनर्वास और इलाज की सुविधा प्रदान कर दी जाए तो अस्सी प्रतिशत से ज्यादा बच्चे सामान्य हो सकते हैं। ऐसे दिव्यांगजन पढ़ना-लिखना और सामान्य दिनचर्या के कार्य करते हुए एक लंबी उम्र जी सकते हैं। सेरिब्रल पाल्सी बच्चो (cerebral palsy children) को विभिन्न सेरिब्रल पाल्सी चिकित्सा एवं पुनर्वास विषेशज्ञों आदि की जरूरत ही क्षत के नीचे पड़ती है। जिससे  बच्चो की अवस्था में काफी सुधार किया जा सकता है |सेरेब्रल पालसी (cerebral palsy) का पूर्ण रूप से कोई इलाज नहीं है किंतु शिक्षा एवं प्रशिक्षण के जरिए सेरेब्रल पालसी जन को समाज की मुख्य धारा में जोड़ सकते हैं। सेरेब्रल पालसी (cerebral palsy) से प्रभावित लोग, व्यावसायिक डिग्री हासिल कर नौकरी एवं रोजगार कर सकते हैं। इसके साथ ही वह शादी कर लंबी उम्र तक जीवन जी सकते हैं।सेरेब्रल पालसी नवजात (Cerebral Palsy Newborn) शिशु  जन्म के उपरांत कुछ प्रमुख समस्या हो सकती है। जन्म लेने वाले एक हजार बच्चों में लगभग 2 से 3 बच्चों के सेरेब्रल पालसी (cerebral palsy) से प्रभावित होने की संभावना रहती है। पूरी दुनिया में एक करोड़ 70 लाख लोग सेरेब्रल पालसी (cerebral palsy) से प्रभावित हैं। विकसित देशों में ऐसे बच्चों एवं व्यक्तियों के लिए संस्थागत देखभाल, सामाजिक सुरक्षा, एकीकृत शिक्षा, आधुनिक पुनर्वास की व्यवस्था, आंकड़ों का अनुरक्षण, विशेशज्ञों का लगातार प्रशिक्षण एवं अनुसंधान की सुविधाएं बहुत ही उच्चस्तरीय हैं।

Trishla Foundation लोगो तक सेरिब्रल प्लासी ब्लॉग से सेरिब्रल पाल्सी जागरूकता को अभिभवकों तक पंहुचा रहे है | अगर आप किसी को जानते है जो कि सेरिब्रल पाल्सी, पोलियो, जन्मजात विकलांगता या फिर किसी भी तरह की शारीरिक विकलांगता से ग्रसित है को आप डॉ. जीतेन्द्र कुमार जैन को इस jjain999@gmail.com मेल पर मेल  करके जानकारी प्राप्त कर सकते है |

सेरिब्रल पाल्सी की परिभाषा (Cerebral Palsy Definition) और अधिक जानकारी के लिए ये वीडियो देखे :


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